यूरोपियन पेटेंट ऑफिस (ईपीओ) ने आज आयोजित डिजिटल पुरस्कार वितरण समारोह में, यूरोपियन इंवेंटर अवॉर्ड 2021 की “नॉन-ईपीओ कंट्रीज़” श्रेणी में भारतीय-अमेरिकी केमिस्ट सुमिता मित्रा को सम्मानित किया। मित्रा ऐसी पहली व्यक्ति हैं जिन्होंने डेंटल मैटेरियल बनाने में नैनोटेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है जिसकी वजह से दांतों की मरम्मत के लिए नए कंपोज़िट बनाने में मदद मिली। साथ ही, यह पारंपरिक तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले मैटेरियल के मुकाबले अधिक मजबूत और दिखने में भी आकर्षक फिलिंग्स हैं, और जिनका इस्तेमाल अब दुनियाभर के डेंटिस्ट कर रहे हैं।
ईपीओ अध्यक्ष एंटोनियो कैंपिनोस ने कहा, “सुमित्रा मित्रा ने अपने क्षेत्र में एकदम अलग और नई राह चुनी और यह साबित कर दिखाया कि किस तरह टैक्नोलॉजी के मोर्चे पर इनोवेशन, जिसे पेटेंट से सुरक्षित किया गया हो, इस मामले में दांतों की समस्याओं से जूझने वाले लाखों मरीज़ों के लिए फायदेमंद हो सकती है। उन्होंने कहा, ”मित्रा की आविष्कारी खोज करीब 20 साल पहले लॉन्च होने के बाद से आज तक वाणिज्यिक रूप से कामयाब है, और यही भी एक कारण है कि क्यों वे वैज्ञानिकों की अगली पीढ़ी के लिए अभी तक एक प्रेरणा हैं।”
2021 यूरोपीयन इन्वेन्टर अवार्ड समारोह का आयोजन, इसके इतिहास में पहली बार डिजिटली किया गया और इस आयोजन को दुनियाभर के दर्शकों ने देखा। यूरोप के सर्वाधिक प्रतिष्ठित इनोवेशन पुरस्कारों में से एक ये पुरस्कार हर साल ईपीओ द्वारा यूरोप एवं अन्य क्षेत्रों के ऐसे उत्कृष्ट आविष्कारकों को प्रदान किए जाते हैं जिन्होंने समाज, टैक्नोलॉजी के क्षेत्र में प्रगति और आर्थिक विकास के लिए उल्लेखनीय योगदान किया हो। पुरस्कार के अंतर्गत पांच श्रेणियों (उद्योग, अनुसंशान,
एसएमई, गैर-ईपीओ देश एवं लाइफटाइम एचीवमेंट) के फाइनलिस्टों तथा विजेताओं का चयन एक स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय जूरी द्वारा किया गया।
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