मुंबई निवासी 66 वर्षीय चंद्रकांत पटेल मार्च के मध्य में अपनी पत्नी, बेटे और दोस्तों के साथ नैनीताल में छुट्टी मनाने गए थे। अचानक तेज बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई होने के बाद वे गंभीर रूप से बीमार हो गए। 21 मार्च को उन्हें हल्द्वानी के पास एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था और एक दिन बाद उनका कोविड -19 परीक्षण पॉजिटिव आया था। वे 12 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहे, लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ।
हाल में ह्यूस्टन, टेक्सास में रहते चंद्रकांत पटेल के बेटे अर्जुन ने कहा कि, अस्पताल में कई दिन बिताने के बावजूद उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ, इसलिए हमने उन्हें दूसरे अस्पताल में स्थानांतरित करने का फैसला किया। हमें अहमदाबाद में CIMS अस्पताल के बारे में उमदा उपचार की जानकारी मिली और उसी दिन उन्हें तुरन्त यहां लाया गया।
अहमदाबाद स्थित एयर चार्टर सर्विस कंपनी एयरोट्रांस सर्विस के जरिए उन्हें पंतनगर से अहमदाबाद स्थानांतरित किया गया। उनके रिश्तेदार, स्थानीय अस्पताल की टीम, एयर टीम और CIMS टीम के समन्वय के साथ उनका CIMS में सुरक्षित स्थानान्तरण संपन्न हुआ।
CIMS में उपचार के शुरुआती दिनों में उन्हें गंभीर श्वसन संकट, फेफड़ों में 90% तक संक्रमण, लगभग 80% ऑक्सीजन संतृप्ति स्तर और अन्य समस्याएं दिखाई दी थी।
CIMS में क्रिटिकल केयर मेडिसिन के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. भाग्येश शाह ने कहा कि, जब मरीज को CIMS कोविड केयर आइसोलेशन आईसीयू में भर्ती कराया गया, तो उन्हें वैकल्पिक HFNC और NIV सपोर्ट के साथ उपचार प्रदान किया गया। इस चरण में भी प्रतिदिन 6-8 घंटे प्रोन पोजिशन(पेट के बल लेटाना) प्रक्रिया की जाती थी। उन्हें दूसरे दर्जे का जीवाणु संक्रमण था, जिसके लिए उचित एंटीबायोटिक्स प्रदान करके उपचार किया गया। उनका इलाज वरिष्ठ पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. प्रदीप डाभी द्वारा भी किया गया, जिन्होंने ब्रोंकोस्कोपी करके निमोनिया के उपचार में सहयोग दिया।
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