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Clevira, an antiviral formulation received Government of India regulatory approval as a supportive treatment for mild to moderate COVID-19 cases.
Clevira, an antiviral formulation received Government of India regulatory approval as a supportive treatment for mild to moderate COVID-19 cases.
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क्लेविरा एंटीवायरल औषधि को भारत सरकार के नियामक ने कोरोना संक्रमण के हल्के से मध्यम सहायक इलाज के लिए प्रमाणित किया

चेन्नई आधारित फार्मासियुटिकल कंपनी एपेक्स लैबोरेटरी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा क्लेविरा एक एंटीवायरल हर्बल फामुलेशन जांच किया गया है, कंपनी चिकित्सा जगत में अग्रणी शोध और नवीनीकरण के लिए जानी जाती है।

तमिलनाडू सरकार द्वारा परीक्षण की अनुमति मिलने के बाद चेन्नई के ओमनदूरार सरकारी मेडिकल कॉलेज में किए गए तीस दिन के लिए सौ लोगों का चयन किया गया। सौ लोगों के सैंपल को पचास पचास के दो भाग में विभाजित किया गया। इनमें से एक समूह ऐसा था जिनमें कोविड के कारक एसएआरएस- सीओवीटू की पहचान हो चुकी थी, और सभी का सरकार और विश्व स्वास्थ्य संठगन द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार इलाज किया जा रहा था। कोविड के इलाज के प्रमाणित प्रोटोकाल के साथ ही इस समूह के लोगों को क्लेविरा दो टेबलेट दिन में दो बार खाने के बाद 14 दिन तक दी गई। देखा गया कि क्लेविरा के साथ मरीज के ठीक होने की औसत दर तेज हो गई और 14 दिन में ही आश्यर्चजनक परिणाम देखे गए। यह बदलाव पायरेक्सिया या शरीर के दर्द में कमी, श्वसन दर के सामान्य होने (24/ मिनट से कम) ऑक्सीजन के स्तर में सुधार (94 प्रतिशत से अधिक) आदि के रूप में नोट किया गया। इसके साथ ही यह भी देखा गया कि क्लेविरा के साथ 86 प्रतिशत मरीजों की कोविड19 आरटीपीसीआर जांच पांच दिन में नेगेटिव हो गई और 100 प्रतिशत मरीजों की दसवें दिन कोविड आरटीपीसीआर जांच नेगेटिव देखी गई। कोविड मरीजों में चौथे दिन से ही क्लीनिकल सुधार देखा गया। 

क्लेविरा के प्रयोग से होने वाले फायदे को बताते हुए एपेक्स लैबोरेटरी के इंटरनेशनल बिजनेस मैनेजर मिस्टर सी अर्थुर पॉल ने कहा कि एंटी वायरल दवा, वायरल लोड को कम करने के साथ ही खून में सफेद रक्त कणिकाएं, प्लेटलेट्स और लिम्फोसाइट्स को तेजी से बढ़ाती हैं, इसलिए हर चरण में मरीज की सेहत में तेजी से सुधार दिखने लगता है। ईएसआर (इथायरोसाइट सेडिमेंटेशन रेट) का स्तर इस बात का प्रमाण है कि दवा के प्रयोग से एंटी इंफ्लेमेटरी असर अधिक हो रहा है। क्लेविरा को एनालजेसिक, एंटीपायरेटिक और थांब्रोबायसोइटोपेनिया को रोकने में प्रभावकारी माना गया है। किडनी और लिवर के मरीज भी इसका प्रयोग अन्य दवाओं के साथ सुरक्षित रूप से कर सकते हैं। क्लेविरा का प्रयोग फ्रंट लाइन वर्कर और कोविड मरीजों की देखभाल करने वाले ऐसे वर्कर भी कर सकते हैं जो संक्रमण क जोखिम के बीच काम करते हैं, वह क्लेविरा को रोग निरोधी इलाज (प्रोफेलेक्टिक) के तौर पर प्रयोग कर सकते हैं। दो साल की अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए क्लेविरा पूरी तरह सुरक्षित है।

दवा की उपलब्धता के बारे में एपेक्स लैबोरेटरी प्राइवेट लिमिटेड के मार्केटिंग प्रमुख कार्तिक शंमुगन ने बताया कि दवा देशभर में उपलब्ध है, क्लेविरा एलोपैथी विधि के लिए यह किसी तरह की प्रतियोगी नहीं होगी, बल्कि इसके प्रयोग से कोरोना के मरीज जल्दी ठीक होगें और संक्रमण की वजह से देश में बढ़ रहा सामाजिक आर्थिक बोछ  कम होगा। हमने दवा की कीमत को भी आम लोगों की पहुंच के अनुसार ही तय किया है, जिससे समाज के हर वर्ग का व्यक्ति इसे खरीद सकता है, क्लेविरा की हर टेबलेट केवल 11 रुपए की होगी।